रात की चांदनी से मांगता हु सवेरा
फूलों की चमक से मांगता हु रंग गहरा
दौलत शोहरत से ताल्लुख़ नहीं है मेरा
मुझे चाहिए हर सुबह में बस साथ तेरा.
रात की चांदनी से मांगता हु सवेरा
फूलों की चमक से मांगता हु रंग गहरा
दौलत शोहरत से ताल्लुख़ नहीं है मेरा
मुझे चाहिए हर सुबह में बस साथ तेरा.
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