फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी, ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी, थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे, ये ज़िंदगी न मिलेगी जो गुज़र जायेगी।
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